सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्नव गोस्वामी को महाराष्ट्र की तलोजा जेल से छोड़ दिया गया, अर्नव गोस्वामी कई दिनों से जेल में बंद थे, उनके ऊपर 2018 का एक मामला था, जिसके कारण उनको जेल भेजा गया था, अर्नव गोस्वामी जैसे ही जेल से बाहर आए वैसे ही वह वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाने लगे और इसको सत्य की और भारत के लोगों की जीत बताई, और साथ ही जब वह जेल से बाहर निकले तब उनके समर्थक बड़ी संख्या में एकत्रित थे और महाराष्ट्र राज्य की पुलिस भी काफी संख्या में तैनात थी,
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 का एक मामला जिसमें आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है पत्रकार अर्नव गोस्वामी पर, इस मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अर्नव गोस्वामी को जमानत देते हुए कहा, व्यक्तिगत स्वतंत्रता किसी की नहीं रोकी जा सकती है, और महाराष्ट्र सरकार के रवैए पर चिंता भी जताई। न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी की पीठ ने यह कहा की राज्य सरकारें लोगों को निशाना बनाएंगी तो उन्हें इस बात का पता होना चाहिए कि व्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सर्वोच्च न्यायालय मौजूद है।
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